धारा 144 कभी न कभी तो आपके शहर या आसपास के शहर में जरुर लगी होगी | आज हम जानेंगे की यह धारा 144 कब और किन परिस्थितियों में लगाई जाती है तथा क्यों लगाई जाती है |
अक्सर हमे सुनने तथा अख़बार में पढने को मिलता है की पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए शहर में धारा 144 लगा दी है |अगर किसी शहर में हालात अस्त व्यस्त हो जाते है तो धारा 144 लगा दी जाती है दरअसल धारा 144 शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए लगाई जाती है | इस धारा को लगाने के लिए जिला अधिकारी एक अधिसूचना जारी करता है और जिस स्थान पर धारा 144 लगाई जाती है वहाँ चार या पांच से ज्यादा लोगों के इक्कठे होने की अनुमति नही होती है | लेकिन मंदिर ,मस्जिद आदि धार्मिक स्थल इससे मुक्त होते है ऐसे प्रत्येक कार्यक्रम पर रोक लगा दी जाती है जिससे अशांति फैलने की आशंका हो | इस धारा के लागु होने वाले स्थान पर हथियारों व विस्फोटक पदार्थो के लाने ले जाने पर रोक लगा दी जाती है |
CRPC के तहत धारा 144 का उल्लंघन करने वाले को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है और यह गिरफ्तारी धारा 107 या 151 के तहत होती है | गिरफ्तारी के बाद उस व्यक्ति को उस इलाके के SDM या ACP के समक्ष पेश किया जाता है क्यूंकि यह अपराध जमानती अपराध है तो अपराधी को जमानत मिल जाती है | इस अपराध में अधिकतम एक साल तक की सजा हो सकती है |
धारा 144 का मुख्य उदेश्य शहर में शांति व्यवस्था बनाये रखना होता है और एसी सभी गतिविधियों पर रोक लगा देना जिनसे हिंसा तथा अशांति फैलने की आशंका हो |